दम साधे वो उसको सुन रहा था
अपने माथे की लकीरों को खुद ही बाँच लूंगी और अपने अनगढ़ हाथों से लाल - पीले रंगों में रंग भी लूंगी , जब सारे रंग चुक जायेंगे , जब सारे रंग चुक गए, तो तुझसे उधार माँगने चली आई , तूने भी मुस्कुरा के, दहलीज़ पे खड़े-खड़े , मेरी कूची एक ही रंग से भर दी।
वो आधी पीठ मोड़े सुनता रहा
उसने अपनी खाली आँखों को छुआ , कोई आँसू लुढ़का ही नहीं , पहाड़ों पर बर्फ जमनी शुरू हो गई थी। उसने अपने आपको आसमान , पहाड़ और ज़मीन में गुम कर लिया।
आज भी जब कोई उससे सारे रंग माँगने आता तो उसे आधी पीठ मोड़े उसी जगह खड़ा पाता।
इश्क ! तेरा फैसला
मेरी कौम के सर माथे
अपने माथे की लकीरों को खुद ही बाँच लूंगी और अपने अनगढ़ हाथों से लाल - पीले रंगों में रंग भी लूंगी , जब सारे रंग चुक जायेंगे , जब सारे रंग चुक गए, तो तुझसे उधार माँगने चली आई , तूने भी मुस्कुरा के, दहलीज़ पे खड़े-खड़े , मेरी कूची एक ही रंग से भर दी।
वो आधी पीठ मोड़े सुनता रहा
उसने अपनी खाली आँखों को छुआ , कोई आँसू लुढ़का ही नहीं , पहाड़ों पर बर्फ जमनी शुरू हो गई थी। उसने अपने आपको आसमान , पहाड़ और ज़मीन में गुम कर लिया।
आज भी जब कोई उससे सारे रंग माँगने आता तो उसे आधी पीठ मोड़े उसी जगह खड़ा पाता।
इश्क ! तेरा फैसला
मेरी कौम के सर माथे
Only few creations can cross the boundaries and mix various aspects in one. This is one of them.
ReplyDeleteThe aspects of color, love, and surrender are beautifully portrayed by you.
Impressive writing.
thank you so much
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