बधाई ...
जैसे ही गीली मिटटी स्पर्शित होता है... मेरी साड़ी वक्रताएं सीढ़ी और गोल हो... तुम्हारे माथे की बिंदी बन जाती है...
बहुत सुन्दर
शुक्रिया
बधाई ...
ReplyDeleteजैसे ही गीली मिटटी स्पर्शित होता है...
ReplyDeleteमेरी साड़ी वक्रताएं सीढ़ी और गोल हो...
तुम्हारे माथे की बिंदी बन जाती है...
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteशुक्रिया
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